पहले इश्क़ 😘 ,
फिर 💔 दर्द,
फिर बेहद नफरत 😔 ,
बड़ी 🙄 तरकीब से तबाह…..
किया तुमने 🤯 मुझको!!
मुझे कुछ अफ़सोस 🤔 नहीं के मेरे पास
सब कुछ होना 💰 चाहिए था,
मै उस वक़्त भी मुस्कुराता 🙂 था..
जब मुझे रोना 😪 चाहिए था|
रोज़ आता है मेरे❤️ दिल को तस्सली देने
ख़याल ऐ यार को 🤯 मेरा है खयाल कितना
तूने नफ़रत से जो देखा है 😡 तो याद आया,
कितने रिश्ते तेरी ख़ातिर यूँ ही तोड़ 👫 आया हूँ,
कितने धुंधले हैं ये चेहरे 🧕 जिन्हें अपनाया है,
कितनी उजली थी वो 👁 आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ।
वफ़ा 😍 पर हमने घर लुटाना था लेकिन,
वफ़ा लौट गयी लुटाने से 😉 पहले,
चिराग तमन्ना 👨🏭 का जला तो दिया था,
मगर बुझ गया जगमगाने 👽 से पहले।
हर सितम सह कर कितने 🙃 ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू 😪 बहाये हमने,
तू छोड़ 🚶♂️ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर 😡 एक से छिपाए हमने|
चलो हम गलत थे 🤔 ये मान लेते है..
ऎ जिंदगी..
पर एक बात बता.. 🤯 क्या वो शख्स सही था
जो बदल गया इतना.. करीब 👩❤️💋👩 आने के बाद!!
तू तो हँस हँसकर 😊 जी रही है,
जुदा होकर भी..
कैसे जी पाया होगा वो 😏 ,
जिसने तेरे सिवा जिन्दगी 💃 कभी सोची ही नहीं..
जो नजर से गुजर 👀 जाया करते हैं,
वो सितारे 💫 अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को बयां 😔 नहीं होने देते,
बस चुपचाप 🤭 बिखर जाया करते हैं।
उल्फत का यह दस्तूर 😏 होता है,
जिसे चाहो 😌 वही हमसे दूर होता है,
दिल टूट 💔 कर बिखरता है इस क़द्र जैसे,
कांच का खिलौना 🎎 गिरके चूर-चूर होता है!
मैं अपने सारे एहसास 😘 समेट ले जाऊँगा ,हौसला रख मैं बहुत 🧚♂️ दूर चला जाऊँगा।
इस दुनिया मेँ अजनबी रहना ही ठीक है 🤔 लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना 👨❤️💋👨 बना कर।
लूट लेते हैं अपने ही,वरना गैरों को क्या 👰 पता इस दिल 💓 की दीवार कमजोर कहाँ से है।
दिल में धड़कन और धड़कन में तुम, क्यों दिया धोखा अकेले रह गए हम।
जख्म ही देना था 💔 तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था,
लेकिन कम्बख़त 👩⚖️ ने जब भी वार किया, दिल 💘 पर ही किया।
बहारों के फूल 🥀 एक दिन मुरझा जायेंगे, भूले से कहीं याद तुम्हें 🤯 हम आ जायेंगे,
अहसास होगा तुमको हमारी मोहब्बत 💋 का, जब कहीं हम तुमसे बहुत दूर 🚶♂️ चले जायेंगे।
आशियाँ बस गया जिनका, 😉 उन्हें आबाद रहने दो,
पड़े जो दर्द भरे 💔 छाले, जिगर में यूँ ही रहने ❤️ दो,
कुरेदो ना मेरे दिल ❤️ को, ये अर्जी है जहां वालों,
छिपा है 😮 राज अब तक जो, राज को राज 😆 रहने दो ।
कहीं किसी रोज़ यूँ भी होता, 😊 हमारी हालत तुम्हारी होती,
जो रात 😪 हमने गुज़ारी तड़प कर, वो रात तुमने गुज़ारी ☹️ होती।
बिखरे अरमान, 😠 भीगी पलकें और ये तन्हाई,
कहूँ कैसे कि मिला मोहब्बत 🥰 में कुछ भी नहीं।
कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको, 🤫 चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत 😭 आ जाये, दिल ❤️ की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको।
गुजारिश हमारी वह 🕵️♀️ मान न सके,
मज़बूरी हमारी 👩⚕️ वह जान न सके,
कहते हैं मरने 🥵 के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न 🙄 सके।
तेरे ना होने से बस 🤯 इतनी सी कमी रहती है, मै लाख मुस्कुराउ आखो 😂 मे नमी सी रहती है।
ख्वाब हमारे टूटे 😱 तो हालात कुछ ऐसी थी,
आँखे पल पल 😭 रोती थीं ,किस्मत हँसती 😁 रहती थी।
बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी 💑 सज़ा लगती है, ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा 😟 लगती है,
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा 😜 करूँ तो किससे करूँ, मुझको तो मेरी 😔 ज़िंदगी भी बेवफा लगती है।